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बातें अनकही

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टूटे  तारे  जिनका  अपना  है  एक  आसमान  चाँदनी  की  धूप  में   लोट-पोट   आकाशगंगा  में  भींगकर नन्हें  से  चेहरे  मुस्कुराते   दिन - रात  । ********************

बेशकीमती खजाना तुम्हारे पास है

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  मुश्किलों की टूटी काँच का   गुलदान बनाने की कला तुम्हारे पास है  दूर दराज के इलाकों में नहीं तनिक भीतर नजर उठाकर देखना बेशकीमती खजाना तुम्हारे पास है । 👉    जी भरकर जीए nature feel of soul

तारों के जाल में उलझी

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क्षण भर रुका व्यतीत  अवश्य ! पर नहीं बंधना होता है पतंग को उसकी डोर कभी न कभी पीछे हाथ में रह जाती है जो रेत मुट्ठी से धीरे - धीरे सरक जाती है सच है , भागना भी उसके पीछे मैदान गली - गली सँकरी गली